सैनिक स्कूलों का इतिहास || History of Sainik Schools || Contact Details of Sainik Shchool || Contact Number of Sainik School || Address of Sainik School
सैनिक स्कूलों का इतिहास || History of Sainik Schools || Contact Details of Sainik Shchool || Contact Number of Sainik School || Address of Sainik School
सैनिक स्कूलों का इतिहास
1960 के भारत-चीन युद्ध के
समय यह जरूरत महसूस की गयी कि ऐसी संस्थानों की स्थापना की जाय जहॉं छात्रों को
ऐसी बुनियादी शिक्षा एवं प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाय जिससे वे एक सक्षम नागरिक बन
सकें और साथ ही राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में अधिकारी के रूप में भर्ती हो सकें। इन
स्कूलों का एक प्रमुख उद्देश्य सैन्य सेवाओं में क्षेत्रीय असमानता को दूर कर
देश हर क्षेत्र से छात्रों को रक्षा सेवाओं में प्रतिनिधित्व प्रदान करना भी है।
शुरुआती दौर में 1960 के दशक में कुछ सैनिक स्कूलों की स्थापना की गयी थी और
उनकी सफलता को देखते हुए आज पूरे भारत में 33 सैनिक स्कूलों का संचालन किया जा
रहा है। सैनिक स्कूल सीबीएसई से सम्बद्ध पूर्णतया आवासीय विद्यालय हैं जिनमें
छात्रों को शारीरिक, बौद्धिक और
मानसिक रूप से इस प्रकार शिक्षित एवं प्रशिक्षित किया जाता है कि वे राष्ट्रीय
रक्षा अकादमी एवं नौसेना अकादमी में अधिकारी के रूप में अपना स्थान बना सकें।
सैनिक स्कूलों के छात्रों ने सेना के तीनों अंगों में सर्वोच्च पदों को सुशोभित
किया है साथ वे जीवन के अन्य अनेक क्षेत्रों में भी यथा अभियांत्रिकी, चिकित्सा,
शिक्षण-प्रशिक्षण, चित्रकला, अभिनय, राजनीति, पत्रकारिता
आदि अनेक क्षेत्रों में अपनी योग्यता के बल पर न केवल अपने प्रदेश का वरन देश का
भी नाम रौशन किया है। सैनिक स्कूलों में छात्रों की दिनचर्या राष्ट्रीय रक्षा
अकादमी एवं नौसेना अकादमी के तर्ज पर बनाई गयी है जिससे कि छात्रों को राष्ट्रीय
रक्षा अकादमी या नौसेना अकादमी में प्रवेश लेने पश्चात छात्रों को कुछ भी अनोखा न
लगे और वे अपना पूरा ध्यान अपनी प्रशिक्षण गतिविधियों में लगा सकें। पूरे भारत
में स्थापित सभी सैनिक स्कूलों की सूची इस प्रकार है –